सीतामढ़ी: बेलसंड में मठ-मंदिरों की सुरक्षा के बड़े बड़े दावों की सच्चाई सामने है। आज भी मंदिरों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। चोर -अपराधी आम वो खास तो दूर भगवान को भी नही बख्श रहे हैं। अब चोरों की नजर मंदिरों में विराजमान भगवान की मूर्तियों पर हैं। चोरों ने कुछ वर्षो में एक के बाद एक कई मठ - मंदिरों में स्थापित भगवान की मूर्तियों को अपना निशाना बनाया है। हालांकि क्षेत्र में कई बार चोरी की मूर्तियां वापस मिली है। मगर चोरों का सुराग पुलिस को अब तक नहीं मिला है। जिले के बड़े व पौराणिक मंदिरों की सुरक्षा के लिए तो सुरक्षाकर्मी हैं। लेकिन गांव में बने मठ मंदिरों की सुरक्षा की अनदेखी हो रही है। इस कारण बेखौफ चोर मंदिरों को निशाना बना रहे हैं। ताजा मामला बेलसंड थाना क्षेत्र के दयानगर गांव की है। राम जानकी मंदिर से गुरुवार की रात चोरों ने माता जानकी जी की अष्टधातु की मूर्ति चोरी कर ली।
शुक्रवार की सुबह मंदिर के गर्भगृह स्थित सिंहासन से माता जानकी जी की मूर्ति की गायब होने की खबर सुनकर ग्रामीण भौंचक रह गए। बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां जुट गए। हालांकि मंदिर के सिंहासन पर राम और लक्ष्मण जी की मूर्ति सुरक्षित है। मंदिर के व्यवस्थापक ज्योति सिंह के आवेदन पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। बताया गया है जानकी जी कि मूर्ति का वजन 30 किलो थी। जिसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। इस मंदिर में चोरी की यह तीसरी घटना है। गौरतलब हैं कि चंदौली गांव के राधा कृष्ण मंदिर से भी अष्टधातु की मूर्तियां चोरी हुई थी। 
अपराधी मूर्ति को को खपा नही सके और करीब एक दो महीने बाद मूर्तियों को सड़क किनारे छोड़कर भाग गए। मूर्ती बरामद होने के बाद अपराधियों की तलाश में सुस्ती आ गई। दूसरी घटना मधकौल गांव के राम जानकी से भी अष्टधातु की मूर्तियां चोरी हुई थी। जो अब तक बरामद नही हो सकी है। तीसरी घटना जाफरपुर गांव के सरेह में स्थित राम जानकी मंदिर में पुजारी की चाकू से गला रेत कर निर्मम हत्या कर अपराधियों ने अष्टधातु की मूर्ति चोरी कर ली थी। 
इस घटना के बाद इलाके में मातम का माहौल बना हुआ था। पुजारी की हत्या और मूर्ति चोरी मामले में पुलिस टीम आजतक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुच सकी है। अपराधी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस किसी घटना के बाद कुछ दिनों के लिए सतर्कता दिखाती है और धीरे धीरे स्थिति पूर्ववत हो जाती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अपराधी अवसर की तलाश में रहते हैं। मौका मिलते ही घटना को अंजाम देते है। अपराधी हमारे बीच के आदमी हैं जिसकी शिनाख्त नहीं हो पा रही है।